Conversation between two guys…यह Conversation Exercise नीचे दी गयी “Spoken English Guru English Conversations Book” से ली गयी है। यदि आप यह पुस्तक खरीदना चाहते हैं तो नीचे दिये गये पुस्तक के चित्र पर क्लिक करें –
अतुल: मैंने कभी तेरे को इतना चिंतित नहीं देखा। तू हमेशा खुश रहने वाला बन्दा है। क्या हुआ?
Atul: I have never seen you this worried. You are always a happy guy. What happened? (आय हेव नैवर सीन यू दिस वरीड। यू आर ऑलवेज अ हैपी गाय। वट हैपंड?)
भास्कर: मैं काम से परेशान हो रहा हूँ, यार। मैं कंपनी में इतनी पॉलिटिक्स नहीं सह सकता।
Bhaskar: I’m getting sick of work, mate. I can’t tolerate this much of politics in the company. (आयम गैटिंग सिक ऑफ वर्क, मेट। आय कान्ट टॉलरेट दिस मच ऑफ पॉलिटिक्स इन द कंपनी।)
अतुल: क्या तेरे को अपना रिव्यू या कुछ और मिला है?
Atul: Did you just get your review or something? (डिड यू जस्ट गैट यौर रिव्यू और समथिंग?)
भास्कर: हाँ, लेकिन मैं इसलिए परेशान नहीं हूँ। मुझे पता चला कि एक और लड़के को प्रमोशन मिला है। वह कुछ भी करना नहीं जानता। वह सारा दिन वहीं बैठा रहता है और ज़रा सा भी काम नहीं करता।
Bhaskar: Yeah, but that’s not why I am upset. I just found out that another guy got promotion. He doesn’t know how to do anything. He sits there all day just like that, not even does the bare minimum. (या, बट दैट्स नॉट वाय आय एम अपसैट। आय जस्ट फाउंड आउट दैट अनदर गाय गॉट प्रमोशन। ही डजंट नो हाव टु डू एनीथिंग। ही सिट्स देयर ऑल डे जस्ट लाइक दैट, नॉट ईवन डज़ द बेअर मिनिमम।)
अतुल: ये तो बहुत बुरा है। मैं तेरी हताशा को समझता हूँ। उन्हें पहले ही ऐसे व्यक्ति को काम पर नहीं रखना चाहिए था।
Atul: That’s nonsense. I understand your frustration. They shouldn’t have hired such a guy in the first place. (दैट्स नॉन्सैन्स। आय अंडरस्टैंड यौर फ़्रस्ट्रेशन। दे शुडन्ट हैव हायर्ड सच अ गाय इन द फर्स्ट प्लेस।)
भास्कर: मुझे हैरानी है कि ऐसा कैसे हुआ। मेरा मतलब है, उसने नौकरी पाने के लिए इंटरव्यू तो दी होगी, है ना?
Bhaskar: I wonder how that happened. I mean, he must have cleared the interview to get the job, right? (आय वंडर हाव दैट हैपंड। आय मीन, ही मस्ट हैव क्लीयर्ड दि इंटरव्यू टु गैट द जॉब, राइट?)
अतुल: शायद वो किसी की व्यक्तिगत सिफ़ारिशों पर काम पर रखा गया हो। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के लिए या किसी पर एहसान वापस करने के लिए ऐसा करते हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि यह सही है लेकिन ये होता है।
Atul: Maybe he was hired on someone’s personal recommendations. Some people do this for their relatives or for someone to return a favor. I’m not saying that it’s right but it does happen. (मेबी ही वॉज़ हायर्ड ऑन समवन्स पर्सनल रैकमेंडेशन्स। सम पीपल डू दिस फॉर देयर रैलैटिव्स और फॉर समवन टु रिटर्न अ फेवर। आयम नॉट सेइंग दैट इट्स राइट बट इट डज़ हैपन।)
भास्कर: मैंने इस पहलू के बारे में कभी नहीं सोचा। अब जब मैं इसके बारे में सोचता हूँ तो मुझे याद आता है कि मैंने कभी भी उस लड़के से उसके इंटरव्यू या चयन प्रक्रिया के बारे में नहीं पूछा।
Bhaskar: I never thought about this aspect. Now that I think about it, I never asked the guy about his interview or the selection process. (आय नैवर थॉट अबाउट दिस आस्पैक्ट। नाव दैट आय थिंक अबाउट इट, आय नैवर आस्क्ड द गाय अबाउट हिज़ इंटरव्यू और द सलैक्शन प्रौसैस।)
अतुल: वही तो।
Atul: There you go. (देयर यू गो।)
भास्कर: मुझे बस इस बात का अफ़सोस है कि प्रबंधन उसकी चिकनी-चुपड़ी बातों के पीछे का नहीं देख सकता।
Bhaskar: I’m just pissed that management can’t see behind his smooth talking lies. (आयम जस्ट पिस्ड दैट मैनेजमेंट कान्ट सी बिहाइंड हिज़ स्मूथ टॉकिंग लाइज़।)
अतुल: खैर छोड़ो यार। ये होता रहता है जॉब में।
Atul: Leave it bro. This is just a part and parcel of the job. (लीव इट ब्रो। दिस इज़ जस्ट अ पार्ट एंड पार्सल ऑफ द जॉब।)
अतुल: बिल्कुल।
Atul: Exactly. (इग्ज़ैक्ट्ली)
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